विकलांग सेवा समिति
पाली-मारवाड़ (राज.) 306401
संघ विधान-पत्र
1.
संस्था का नाम
विकलांग सेवा समिति है व रहेगा।
2.
पंजीकृत कार्यालय तथा कार्य क्षैत्र
इस संस्था का पंजीकृत पाली (राज.) है तथा इसका कार्य क्षैत्र सम्पूर्ण पाली जिले तक समिति रहेगा।
3.
संस्था के उद्देश्य
संस्था निःशक्तो द्वारा निःशक्तो के कल्याण हेतु संचालित होगी।
निःशक्तो के लिये पुनर्वास प्रशिक्षण केन्द्र खोलकर प्रशिक्षण दिया जायेगा। (प्रारम्भ में सिलाई एवं कम्प्यूटर प्रशिक्षण केन्द्र खोला जायेगा जो की वरिष्ठ अनुभवी विकलांगो द्वारा संचालित होगा।)
बेरोजगार विकलांगो के स्थय सहायता बनाकर ऋण दिलवाने का प्रयास किया जायेगा।
वरिष्ठ विकलांग जिनकी आजिविका के कोई साधन नही है निःशक्त आश्रम के माध्यम से उनकी सेवा की जायेगी।
विकलांगो में आत्म विश्वास जागृति हेतु कार्यक्रम चलाये जायेगे।
वर्ष में एक बार विकलांग सहायता शिविर के माध्यम में विकलांगो की विभिन्न समस्याओ का समाधान कर सहायता उपलब्ध करायेगे।
संक्षेप में संस्था का मूल उद्देश्य अंसगठित विकलांगो को संगठित करके उनमें स्वाभिमान व आत्म विश्वास जागृत कर उनकी योग्यतानुसार प्रशिक्षण के पश्चात् पुनर्वास के प्रयास किये जायेगे।
4.
पिछली वार्षिक प्रतिवेदन
संस्था अभी अस्तित्व में आई है प्रतिवेदन एक वर्ष पश्चात् होगा।
5.
संस्था के पिछले दो वर्षो के लेखो का चार्टेड एकाऊन्टेट द्वारा प्रमाणित आप व्यय भुगतान विवरण बैलेस सीट
6.
पिछले पांच वर्षो में सहायकता स्वरूप केन्द्रीय राज्य सरकार/केन्द्रीय समाज कल्याण बोर्ड ..............
7.
परियोजना हेतु आवर्तक अनार्वतक व्यय का वर्ष वार विवरण
पंजियन के पश्चात् सरकार से भूमि आवट्न की मांग करेगे भूमि का क्षैत्रफल देखकर उसी अनुरूप परियोजना हेतु आर्वतक अनार्वतक व्यय का विवरण देगे।
8.
प्रस्तावित भवन का सामान्य नक्सा जिसमें भूमि का क्षैत्रफल एवं निर्माण की अनुमानित लागत सम्मिलित हो।
सरकार द्वारा जमीन आवट्न के पश्चात् जमीन का स्थान एवं क्षैत्रफल देखकर उसी अनुरूप समान्य नक्सा एवं अनुमानित लागत प्रोषित की जायेगी।
9.
कल्याण मंत्रालय की सहायता से क्रय किये गये उपकरण औजार फर्नीचर पुस्तके आदि की उपलब्ध संख्या
अभी तक कोई सामग्री क्रय नही की गई है।
10.
संस्था द्वारा जिस वर्ष के लिये अनुदान चाहा गया है का सर्म्पूण अनुमानित बजट जिसमें अनुमानित प्राक्तियां एवं व्यय दर्शाया गया हो।
अभी अनुदान की आवश्यकता नही है सरकार से जमीन आवट्न की मांग करेगे जमीन मिलने के पश्यात् उसके निर्माण हेतु अनुदान की मांग की जायेगी।
रजिस्टेषन नंबर/पाली/161/2010.11
आपका लक्ष्य महान है।
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